New Update For B.Ed student: नमस्कार दोस्तो, आपका हमारे आर्टिकल में स्वागत हैं। अग़र आप भविष्य में एक teacher बनना चाहते हैं और इसी ही लाइन में अपना करीयर बनाना चाहते हैं और आपने B.Ed कर ली हैँ, तों आप सभी उम्मीदवारो क़े लिए एक नया अपडेट आया हैं। जो आपके लिए बहुत जरुरी हैं। जिसके अंतर्गत जिन उम्मीदवारों ने B.Ed का एग्जाम दिया या देने वाले हैं उन्हें अब शिक्षक की नौकरी नहीं मिल सकती। पर ऐसा क्यों हो रहा हैं, B.Ed के स्टूडेंट क़ो लेकर क्या बड़ा अपडेट आया हैं,आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-
क्या हैँ B.Ed student के लिए नया update
दोस्तों, सभी B.ED कर रहे स्टूडेंट क़ो बता की की अभी कोर्ट द्वारा एक नया नोटिफिकेशन जारी किया गया हैं, जिसके अंतर्गत अब B.Ed करने वाले उम्मीदवारो को प्राथमिक (प्राइमरी) शिक्षक़ो की भर्ती क़ो रद्ध किया जा रहा हैं। यानी उन्हें प्राइमरी टीचर की जॉब नहीं मिलेगी।इस निर्णय के तहत,सरकार को अब प्राइमरी टीचर्स की भर्ती की प्रकिया क़ो केवल 6 महीने के 5भीतर को पूरा करना होगा। यह अपडेट बीएड छात्रों वाले अभ्यर्थियों के लिए बड़ा झटका साबित हुआ है।
इस निर्णय के पीछे की वजह क्या है और इसका क्या मतलब है, इस पर चर्चा हो रही है। चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा की डिवीजन बैच द्वारा इस फैसले को दिया गया है, जिसमें डीएलएड अभ्यर्थियों की उच्च याचिका पर निर्णय लिया गया है। इस निर्णय के मुताबिक, प्राथमिक शिक्षक भर्ती में बीएड योग्यता को हटाया गया है और केवल डीएलएड के अभ्यार्थियों को ही मेरिट के आधार पर भर्ती होंगी.
इस निर्णय के पीछे की वजह यह है कि डीएलएड कोर्स में प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों को पढ़ाने के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाती है, जबकि बीएड कोर्स में बड़ी कक्षाओं को पढ़ाने की ट्रेनिंग दी जाती है। इससे शिक्षा पर असर पड़ता है। इस फैसले के बाद राज्य सरकार द्वारा 6 महीने के अंदर नई भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने का आदेश भी जारी किया गया है।
ऐसे में, जहाँ यह खबर B.Ed वाले अभ्यर्थीयों के लिए मुसीबत ला रही है वही यह डीएलएड धारकों के लिए खुशखबरी है। अब राज्य सरकार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार कार्रवाई करनी होगी और डीएलएड धारकों को ही प्राथमिक शिक्षक भर्ती में प्राथमिकता देनी होगी।